NDA ka Full form - NDA का फुल फॉर्म
यदि आप NDA ka Full form जानने के लिए इस पेज पर आए हैं। तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। आज हम आपको NDA ka Full form व NDA से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी इस पेज के माध्यम से आपको देंगे, तो इसलिए आपसे रिक्वेस्ट है, कि आप इस पेज को पूरा पढ़ें जिससे आपको NDA ka Full form सहित NDA के दूसरी चीजों के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी।
NDA ka Full form बताने से पहले आपको यह बता दें कि NDA का दो महत्वपूर्ण फुल फॉर्म होते हैं। पहला NDA जो सुरक्षा बल से संबंधित है। तथा दूसरा NDA जो पॉलिटिक्स से संबंधित है।
NDA ki full form
NDA ki full form -1NDA ka full form 'National defence academy hota hai' जिसे हिंदी में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी कहा जाता है।
NDA ki full form -2
NDA ka full form 'National democratic Alliance' जिसे हिंदी में 'राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन' कहा जाता है। इसके बारे में हम दूसरी पोस्ट में पड़ेंगे आज हम सिर्फ National defence academy के बारे में पड़ेंगे।
NDA क्या है - what is NDA
इंडियन नेशनल डिफेंस एकेडमी है जिसे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के नाम से भी जाना जाता है। NDA के माध्यम से आप जल सेना, थल सेना व वायु सेना में सम्मिलित हो सकते हैं। जिसके लिए आपको एनडीए परीक्षा को पास करना होगा। जिसकी परीक्षा का प्रयोजन UPSC- यूनियन पब्लिक सर्विस या संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा करवाई जाती है। NDA ki pariksha साल में दो बार करवाई जाती है। लेकिन किसी भी एग्जाम को देने से पहले एग्जाम की कुछ शर्ते होती हैं। जिसे एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया कहते हैं। तो इस पोस्ट के माध्यम से आप जानेंगे कि NDA में एग्जाम देने के लिए क्या- क्या एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया है। NDA विश्व की पहली त्रिकोणीय सेवा का आदमी है जहां पर तीनों सेनाओं को संयुक्त रूप से ट्रेनिंग दी जाती है।NDA Exam एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया - NDA Exam Eligibility criteria
- NDA Exam में बैठना चाहते हैं। तो इसके लिए आपको अविवाहित या अनमैरिड होना चाहिए तभी आप इस NDA Exam में बैठ सकते हैं।
- NDA Exam में बैठने के लिए आपको कम से कम 12 पास होना अनिवार्य है। इसमें सब्जेक्ट की कोई बॉउंडेशन नहीं है आप किसी भी सब्जेक्ट से 12 पास है। तो आप बैठ सकते हैं।
- यदि आपको इंडियन एयरफोर्स और नेवी में जाना है तो इसके लिए आपको 12 में फिजिक्स (physics) और मैथ ( math) होना अनिवार्य है।
- NDA में जाने के लिए आपका फिजिकल फिटनेस बहुत अच्छा होना चाहिए।
- NDA में जाने के लिए आपकी उम्र 16.5 से 19 साल तक की होनी चाहिए। किसी भी लेटेस्ट चेंज इसके लिए आप यूपीएससी( UPSC) के वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं।
- NDA में जाने के लिए आप की लंबाई कम से कम 157 सेंटीमीटर होना चाहिए। जिसमें से यदि आप वायु सेना में जाना चाहते हैं तो 162.5 सेंटीमीटर की लंबाई होनी चाहिए।
- यदि आप भारत के उत्तर पूर्वी इलाके जैसे कुमाऊ और गढ़वाल की पहाड़ियों से आने वाले परीक्षार्थियों में हैं तो आपको ऊपर दी गई लंबाई से 5 सेंटीमीटर कम चाहिए।
एनडीए में पायलट बनने के लिए निम्नलिखित criteria चाहिए -
NDA में पायलट बनने के लिए आपके पैरों की लंबाई न्यूनतम 99 सेंटीमीटर होनी चाहिए तथा अधिकतम 120 सेंटीमीटर होनी चाहिए।इंडिया में पायलट बनने के लिए जांग की लंबाई अधिकतम 64 सेंटीमीटर होनी चाहिए। इसके लिए sitting height कम से कम 81.5 सेंटीमीटर तथा अधिकतम 96 सेंटीमीटर होना चाहिए।
एनडीए में टैटू का महत्व - Importance of tatu of NDA
यदि आप एनडीए में जाना चाहते हैं तो आपको यह बता दें कि यदि आपके शरीर के अगले भाग को छोड़कर दूसरे किसी भी हिस्से पर टैटू है। तो आप इसके लिए इलेजिबल नहीं है हां यदि आप किसी ऐसे जनजाति से संबंधित है। जिसमें टैटू बनवाना अनिवार्य है तो इसमें आपको शामिल किया जा सकता है।NDA के लिए आवेदन कैसे करें - How to apply NDA
यदि आप NDA में आवेदन करना चाहते हैं तो एनडीए के लिए आवेदन दो माध्यम से किया जा सकता है।
1. आप NDA का आवेदन ऑफलाइन फॉर्म भर के कर सकते हैं।
2. आप nda online form भर सकते हैं।
NDA का आवेदन ऑनलाइन कैसे करें - nda online form
- यदि आप nda online form भरना चाहते हैं। तो आपको यूपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा जिसके माध्यम से आप nda online form ka आवेदन कर सकते हैं जिसका निम्न प्रक्रिया है।
- सबसे पहले आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा जिसके लिए आप रजिस्ट्रेशन के लिए मांगी गई जरूरी जानकारी भरे।
- आपको जो भी शाखा पसंद हो उसका चयन करें। जैसे- थल सेना, जल सेना, वायु सेना,
- इसके बाद भरी गई सभी जानकारी का अपने द्वारा वेरिफिकेशन करें।
- जो भी रजिस्ट्रेशन फीस की मांग की गई हो उसका भुगतान करें।
- अपने नजदीकी परीक्षा केंद्र का चयन करें।
- आपका अपना हस्ताक्षर और फोटो अपलोड करें।
- भरे हुए फॉर्म को सबमिट करें।
Nda exam pattern - एनडीए एक्जाम पेटर्न
यदि आप NDA एग्जाम पास करना चाहते हैं तो आपको nda exam pattern मालूम होना चाहिए।nda exam pattern को मुख्यता दो भागों में विभाजित किया गया है जिसमें पहला लिखित परीक्षा तथा दूसरा इंटरव्यू होता है।
1. NDA की लिखित परीक्षा - NDA written exam
nda written exam को दो भागों में विभाजित किया गया है जिसमें पहला पेपर गणित का होता है तथा दूसरा सामान्य योग्यता का होता है यह परीक्षा कुल 900 अंक की होती है। तथा या परीक्षा एक दिन में ही फर्स्ट शिफ्ट और सेकंड शिफ्ट के माध्यम से होती है। समान योग्यता में अंग्रेजी व सामान्य ज्ञान के साथ इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं। तथा गणित में मुख्य तौर पर बीजगणित, समाकलन, त्रिकोणमिति व अंतर कलन या कैलकुलस से प्रश्न पूछे जाते हैं।2. NDA का इंटरव्यू परीक्षा - NDA Interview exam
जो अभ्यर्थी nda written exam को पास करता है उसे एसएसबी( SSB) के माध्यम से इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। जो 900 अंक की होती है।NDA का इतिहास - history for NDA
NDA यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी या राष्ट्रीय रक्षा अकादमी इसकी शुरुआत तीनों सेनाओं थलसेना, नौसेना और वायुसेना को संयुक्त रूप से ट्रेनिंग देने के लिए सन 7 दिसंबर 1954 में की गई थी।दूसरे विश्व युद्ध के दौरान सन 1941 में भारतीय सैनिकों के पूर्वी अफ्रीकी देश सूडान की मुक्ति के लिए भारतीय सैनिकों के बलिदान के लिए सूडान के तत्कालीन सरकार ने भारत के तत्कालीन गवर्नर Linlithgow को 100000 पाउंड उपहार के तौर पर सैनिकों के बलिदान के लिए स्मारक बनाने के लिए दिया था। द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद तत्कालीन भारतीय थल सेना के कमांडर इन चीफ फील्ड मार्शल क्लाउड आचिनलेक ने मिलिट्री के अनुभव की जांच की और दुनिया भर के काफी मिलिट्री अकादमी का अध्ययन किया। इसके बाद 1946 के दिसंबर महीने में इन्होंने अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को प्रस्तुत की। इस समिति ने वेस्ट प्वाइंट पर संयुक्त राज्य मिलिट्री एकेडमी और प्रशिक्षण मॉडलिंग के साथ साथ संयुक्त मिलिट्री अकादमी को स्थापित करने की सिफारिश की थी।
सन 1947 में भारत की आजादी के बाद आचीनलेक की रिपोर्ट पर भारत की स्टाफ कमेटी के द्वारा ध्यान दिया गया जिसे तुरंत लागू करने का फैसला किया गया था। इसके बाद 1947 में ही सरकार के द्वारा इस पर काफी ध्यान दिया गया और 1947 में ही इस रक्षा अकादमी के लिए जमीन खोजने की शुरुआत हो गई थी। जिसके बाद 1949 में देहरादून में आर्म्ड फोर्सेस अकादमी की शुरुआत की गई थी। जिसको वर्तमान में इंडियन मिलिट्री अकादमी के नाम से जाना जाता है। सूडान से प्राप्त उपहार को भारत ने विभाजन के बाद 30,000 यूरो पाकिस्तान को दे दिया तथा 70000 यूरो अपने पास रखा। जिससे 6 अक्टूबर 1949 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने महाराष्ट्र के खड़कवासला में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी की नींव रखी। जिसके बाद इसका औपचारिक निर्माण 7 दिसंबर 1954 से आरंभ किया गया। जो सन 1955 में 16 जनवरी को समाप्त हुआ। एनडीए 7015 एकड़ में बनी हुई है जो लगभग 28.39 वर्ग किलोमीटर है। इंडिया के पहले कमांडेंट एयर मार्शल जगजीत सिंह थे। तथा इसका आदर्शवाद 'सेवा परमो धर्म:' है। जब से इस अकादमी की स्थापना हुई है जबसे इंडिया के छात्र बड़े-बड़े संघर्षों का नेतृत्व कर चुके हैं जिसके फलस्वरूप इसके पूर्व छात्रों को 3 परमवीर चक्र तथा 9 अशोक चक्र प्राप्त हैं।